कीटो डाइट प्लान इन हिंदी-Keto Diet Plan In Hindi-:
Keto Diet Plan In Hindi-एक विशेष प्रकार की खाने की तकनीक है जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स का कम इस्तेमाल किया जाता है मतलब इसमें आपको उन चीज़ो का परहेज़ करना होता है जिसमे कार्ब्स ज़्यादा मात्रा में पाए जाते है औरअधिक मात्रा में शरीर को एनर्जी देने के लिए फैट (वसा)और प्रोटीन से आहार लिया जाता है। यह खाना खाने की तकनीक में शरीर को केटोसिस नामक एक प्रोसेस होता है जिसमे मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाया जाता है जहां शरीर अपने ज़रूरत की ऊर्जा स्रोत के रूप में शरीर के मौजूद वसा का उपयोग करता है।पर सवाल यह आता है इस डाइट प्लान में क्या खाना चाहिए इसका तरीका क्या है हिंदुस्तानी लोगो के लिए इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते है तो इस लेख में हम आपको आज विस्तार से कीटो डाइट प्लान के बारे बताने वाले है इसके फायदे नुकसान सब कुछ इसमें आप जानेंगे तो लेख को अंत तक पढ़े खासकर वो लोग जो अपना वज़न कम करना चाहते है उनके लिए यह लेख बहोत काम का होने वाला है तो चलिए शुरू करते है-
Keto Diet Plan In Hindi-कीटो डाइट प्लान इन हिंदी-:
कीटो डाइट में पाए जाने वाली मुख्य चीज़े-
हाइ प्रोटीन खाना :
मांस, मछली, अंडे और दूध ऐसी चीज़ो की मात्रा को बढ़ने और खाने में शामिल करने के लिए बढ़िया विकल्प हैं।
ज़्यादा वसा(फैट) और मध्यम प्रोटीन: तेलीय फलियों, बीजों, अवोकाडो और नट्स (ड्राई फ्रूट्स) इत्यादि में मौजूद वसा और प्रोटीन की मात्रा बढ़ाते हैं।
कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम करें:
चीनी, आटा, चावल, अनाज और सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को काम रखें।
वसाको बढ़ाने के लिए : शरीर के लिए वसा की मात्रा बढ़ाने के लिए बेकन, घी, मक्खन और तेल का उपयोग करें।
शाकाहारी चीज़ें :
शाकाहारी चीज़े में मोटे नारियल, क्रीम, मक्खन , घी, बीज, मखाना, अवोकाडो, नट्स, पनीर और ताजे सब्जियां शामिल होती हैं।
अन्य चीज़े :
आप स्वस्थ तेल, अधिक फाइबर बीज, फल, मसाला,और नमक का उपयोग कर सकते हैं।
पर्याप्त पानी पीएं: दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, ताकि शरीर को संतुलित रखने के लिए ज़रूरी हों।
Note-
कृपया ध्यान दें कि केटो डाइट का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श करना अच्छा होगा, क्योंकि यह आपके शरीर की सेहत पर निर्भर करता है।
Weight Loss Keto Diet Plan In Hindi-वेट लॉस कीटो डाइट प्लान हिंदी में-
वजन घटाने के लिए केटो डाइट प्लान (Weight Loss Keto Diet Plan in Hindi):
Keto Diet Plan in Hindi वजन घटाने के लिए एक प्रमुख तकनीक है जो मांस, सब्जियां, दूध से बानी चीज़ों , फल, मसाले, नट्स और बीजों को एक साथ शामिल करके बनाई जाती है । इस आहार प्लान में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को कम कर -हाई प्रोटीन और हेल्दी फैट्स को बढ़ाया जाता है। यहां एक केटो डाइट प्लान है जो वजन घटाने में मदद कर सकता है:
सुबह का नाश्ता (Breakfast) :
सुबह के नाश्ते में आप एक अंडे की ऑमलेट जिसमें सब्जियां जैसे प्याज, टमाटर और पालक हों शामिल कर सकते है।साथ में आप एक कप चाय या कॉफ़ी बिना चीनी के इस्तेमाल कर सकते है।
दोपहर का भोजन (Lunch):
दोपहर के खाने में टंडूरी चिकन या मछली के केबाब का इस्तेमाल कर सकते है या फिर हरी सब्जी या मूंगदाल की दाल ले सकते है सलाद में खीरा, टमाटर, प्याज़ और पुदीने की चटनी को शामिल कर सकते है।
शाम का नाश्ता (Evening Breakfast) :
शाम के समय थोड़ी बहोत भूख तो लग ही जाती है तो शाम में आप पनीर की टिक्की या पनीर का सैंडविच ले सकते है और साथ में एक कप प्लेन योगर्ट बिना चीनी के खा सकते है।
रात का भोजन (Dinner) :
राते के खाने में बटर चिकन या मटन करी या सब्जी में पालक, गोभी या तोरी खा सकते है सलाद में खीरा, टमाटर, प्याज़ और चटनी आदि का इस्तेमाल कर सकते है
ड्रिंक्स (पेय):अब बात आती है ड्रिंक्स की तो ज़्यादातर लोग चाय पीना पसंद करते है अगर आपको भी चाय की आदत है तो आप चाय की जगह ग्रीन टी पिए या कॉफी भी पी सकते है पर ध्यान रहे इसमें चीनी नहीं होनी चाहिए।इसके अलावा गर्म पानी में नींबू का रस मिलकर पिए यह सेहत के लिए काफी अच्छा होता है।
Vegetarian Keto Diet Plan In Hindi-शाकाहारी केटो डाइट प्लान -:
केटो डाइट एक ऐसी तकनीक है जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को कम कर उच्च प्रोटीन और हेल्दी फैट्स को ज़्यादा किया जाता है। यदि आप शाकाहारी हैं और केटो डाइट प्लान का पालन करना चाहते हैं, तो यहां आपके लिए एक प्लान है-
सुबह का नाश्ता:
नाश्ते में आप अवोकाडो और ताज़ा धनिया और नींबू के साथ बनाए गए गुजराती ढोकले का इस्तेमाल करे साथ में एक कप चाय या कॉफ़ी बिना चीनी के पिए।
दोपहर का भोजन:
लंच में पनीर और शिमला मिर्च की सब्जी या तोरी या करेला की सब्जी का सेवन करे साथ में खीरा, टमाटर, प्याज़ और पुदीने की चटनी के साथ सलाद का ज़रूर इस्तेमाल करे।
शाम का नाश्ता:
इसमें मसूर दाल के चीले या चने के फली के चटपटे केक एक कप प्लेन योगर्ट बिना चीनी के इस्तेमाल करे।
रात का भोजन:
पनीर को रोस्ट करके या टिक्की बनाकर साथ में हरी सब्जी जैसे पालक, गोभी या टमाटर की सब्जी सलाद में खीरा, टमाटर, प्याज़ और चटनीका खाने में शामिल करे.।
ड्रिंक्स:
गर्म पानी में नींबू का रस।
ग्रीन टी या कॉफ़ी बिना चीनी के।
Keto Diet Plan Chart In Hindi-:
दिन समय भोजन
1 प्रातः कालीन नाश्ता 1 अंडे की भुर्जी अवोकाडो सलाद के साथ
1 प्रातः कालीन नाश्ता मसालेदार तिल शिमला मिर्च की सब्जी
1 प्रातः कालीन नाश्ता मसूर दाल गाजर मटर की सब्जी के चीले
2 प्रातः कालीन नाश्ता चिकन सूप स्पिनेच और पनीर की सब्जी
2 प्रातः कालीन नाश्ता भुट्टे का चीला गोभी की सब्जी
2 प्रातः कालीन नाश्ता दही सूखे मेवे
Benefits Of Keto Diet Plan-कीटो डाइट प्लान के फायदे-
वजन कम करने में सहायता:
केटो डाइट प्लान वजन घटाने में मदद कर सकती है। यह आपको शरीर में मौजूद वसा को खत्म करने में मदद करती है और आपके वजन को कण्ट्रोल रखने में मदद कर सकती है।
ऊर्जा को बढ़ाने में मददगार :
केटो आहार में कम कार्बोहाइड्रेट और अधिक प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स के न होने के चलते , यह आपके शरीर के ऊर्जा स्तर को बढ़ाती है।
दिमाग को तेज़ और मज़बूत बनाता है :
केटो डाइट में अच्छी मात्रा में ज़्यादा आहार होता है जिससे आपका दिमाग शांत होता है और ध्यान लगाने में मदद मिलती है। यह मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकती है।
स्वस्थ शरीर:
केटो आहार में अधिक मात्रा में हेल्दी तेल, अच्छे प्रकार के प्रोटीन, सब्जियाँ और संतुलित पोषक तत्व पाए जाते हैं। इससे आपका शरीर स्वस्थ रहता है और कई प्रकार के रोगो के खिलाफ रक्षा करता है।
शुगर कण्ट्रोल :
केटो आहार में कार्बोहाइड्रेटों की कम मात्रा होती है, जिससे शरीर में मौजूद इन्सुलिन स्तर को कण्ट्रोल करने में मदद मिलती है। यह शुगर लेवल को बनाये में रखने में मदद कर सकती है।
खाने की आदतों में सुधार:
केटो आहार प्रणाली आपकी खाने की आदतों में सुधार ला सकती है। इसमें आपको नेचुरल चीज़ों का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है और प्रोसेस्ड और बाजार में मौजूद जंक फूड से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
स्किन को चमकदार बनाता है :
केटो आहार में मौजूद अन्य पोषक तत्वों के साथ, यह एंटी-एजिंग फायदे मिलते है। इसके इस्तेमाल से त्वचा की ग्लो और जवानी को बढ़ाया जा सकता है।
6 Month Pregnancy Diet Chart In Hindi-6 महीने की गर्भावस्था का डाइट चार्ट हिंदी में-:
यहां एक 6 महीने के गर्भावस्था के लिए आसान आहार चार्ट है:
- सुबह का नाश्ता: दूध, गेहूं का पौष्टिक नाश्ता, ताजगी वाले फल या फलों का जूस।
- दोपहर का भोजन: दाल, सब्जी, चावल, रोटी और सलाद।
- शाम का नाश्ता: मक्खन वाली रोटी, पनीर और मूंगफली की चटनी।
- रात का भोजन: दाल, सब्जी, चावल या रोटी, दही और सलाद।
- बीच का स्नैक: दूध, छाछ, फल या किशमिश।
यह चार्ट गर्भावस्था के लिए आम दिनचर्या दर्शाता है, लेकिन अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसे अनुकूलित करें। अपने स्वास्थ्य और ज़रूरतों को ध्यान में रखें और स्वस्थ भोजन पर ध्यान दें।
कीटो डाइट प्लान फॉर इंडियंस-भारतीयों के लिए कीटो निवेशन-:
कीटो डाइट (Keto Diet) भारतीय लोगों के बीच एक लोकप्रिय डाइट प्लान है जो वजन घटाने और स्वस्थ जीवनशैली बनाने में मदद कर सकती है। इस डाइट में हम कार्बोहाइड्रेट्स (चीनी, अनाज, अनाजी उत्पाद, रोटी, चावल) की जगह पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन (दूध उत्पाद, अंडे, मांस) और फैट्स (तेल, मक्खन, अखरोट, तिल) का इस्तेमाल करते हैं। इससे हमारे शरीर को फालतू चर्बी को जलाने के लिए उर्जा पैदा करने की जरूरत पड़ती है, जिससे वजन कम होता है।
यहां एक आसान कीटो डाइट प्लान है जिसे आप अपनाकर शुरू कर सकते हैं:
- सुबह का नाश्ता: एक अंडा और ताजगी वाली चाय।
- दोपहर का भोजन: दाल, पनीर, सब्जियां और सलाद।
- शाम का नाश्ता: चिप्स, मूंगफली, अखरोट या ताजगी वाली चाय।
- रात का भोजन: मांस (चिकन, मटन, मछली) और सब्जियां।
- दिन के दौरान: पानी, नारियल पानी, नारियल, अखरोट, मखाना या संतरा जैसे स्वादिष्ट स्नैक्स खाएं।
कार्बोहाइड्रेट की कमी:
केटो आहार में कार्बोहाइड्रेट की कमी होती है, जिससे शरीर को सही मात्रा में ऊर्जा लेने में परेशानी हो सकती है। यह आपको कमजोर और थका हुआ महसूस करा सकता है।
अच्छे प्रकार के अन्न छूट जाते हैं:
केटो आहार में आपको अच्छे प्रकार के अन्न, जैसे कि अनाज, फल और अन्य पोषण आहार से ज़रूरी पोषक तत्व छूट जाते हैं। इसकी वजह से आपको कुछ ज़रूरी पोषण तत्वों की कमी हो सकती है।
पाचन :
केटो आहार में शरीर को सही मात्रा में फाइबर नहीं मिलती है, जिससे (पाचन संबंधी समस्या) हो सकती है। यह आपको पेट में तकलीफ, कब्ज, और पाचन के लिए परेशानियां पैदा कर सकता है।
कम फल और सब्जी का सेवन:
केटो आहार में कार्बोहाइड्रेट की कमी के कारण, आपको कम फल और सब्जी का इस्तेमाल करना पड़ सकता है। यह आपको पोषक तत्वों, विटामिन्स, और खनिजों की कमी का सामना करने को मजबूर कर सकता है ।
वजन का फिर से बढ़ना :
केटो आहार प्रणाली डाइट प्लान को छोड़ने के बाद,ज़्यादातर लोगो का वजन फिर से बढ़ सकता है ।
लो कार्ब डाइट प्लान-Low Carb Diet In Hindi-:
यदि आप लो कार्ब डाइट प्लान का पालन करना चाहते हैं, तो इन टिप्स का पालन कर सकते हैं:
कार्बोहाइड्रेट युक्त चीज़ों का इस्तेमाल कम करें:
चीनी, शक्कर, ब्रेड, चावल, आटा, आदि जैसे कार्बोहाइड्रेट युक्त चीज़ों की मात्रा को कम करें। इसके बजाय, प्रोटीन और फ़ाइबर युक्त आहारों ज़यादा करे जैसे- मांस, मछली, अंडे, पनीर, प्रोटीन शेक, सब्जियां, मसूर दाल, मूंग दाल, ब्रोकली, स्पिनेच, आदि।
फल और सब्जियों का ज़्यादा इस्तेमाल करें:
फल और सब्जियां कम कार्बोहाइड्रेट और हाई विटामिन, मिनरल और फाइबर के स्रोत होते हैं। आप कई प्रकार के अदरक, लहसुन, पालक, कॉलीफ़्लावर, ब्रोकली, टमाटर, कीवी, स्ट्रॉबेरी, आदि शामिल कर सकते हैं।
गहूं के आटे का इस्तेमाल करें:
चावल, आटा आदि की जगह पूरी अनाजों के साथ गहूं के आटे का उपयोग करें। गहूं के आटे में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और इसमें फाइबर भी पाया जाता है।
शुगरी और मिठाइयों से दूर रहें:
चीनी, शक्कर, मिठाई, केक, कैंडी, कोला, आदि जैसे मिठाइयों की मात्रा को कम से कम करें।
कीटो डाइट के खतरे क्या है?
कीटो डाइट, जिसे केटोजेनिक डाइट भी कहा जाता है, एक खास तरह की खाने की योजना है जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स की ग्राम पर आधारित आहार प्रणाली को कम किया जाता है और अधिकतम मात्रा में वसा और प्रोटीन का सेवन किया जाता है। हालांकि, कीटो डाइट के अनुयायों को इससे संबंधित कुछ खतरे भी हो सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख खतरे हैं:
खुराकों की असंतुलितता:
कीटो डाइट में खाने के प्रमुख स्रोत वसा और प्रोटीन होते हैं, लेकिन कार्बोहाइड्रेट्स की कमी होती है। यह आपके शरीर के आवश्यक पोषक तत्वों की असंतुलितता का कारण बन सकती है और सेहत सम्बंधित समस्याओं का कारण बना सकती है।
पोषक तत्वों की कमी:
कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट्स की कमी के कारण, आपका शरीर अवशिष्ट ग्लूकोज़ को इस्तेमाल करने के बजाय कीटोन नामक धातुओं को इस्तेमाल करता है। यह आपके शरीर के पोषक तत्वों की कमी का कारण बन सकता है और पोषण की कमी से संबंधित समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है।
अपैक्सिया और कब्ज़:
कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट्स की कमी होने के कारण, अपैक्सिया (शुष्क मलत्याग) और कब्ज़ (पेट साफ न होना) जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
उच्च वसा सामग्री:
कीटो डाइट में अधिकतम मात्रा में वसा का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपके लिए उच्च वसा सामग्री के सेवन से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे हृदय रोग, मोटापा और उच्च रक्तचाप।
यदि आप कीटो डाइट को अपनाने का विचार कर रहे हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और उनकी सलाह के अनुसार चलना चाहिए। वे आपको सबसे उचित और स्वस्थ आहार योजना के बारे में जानकारी देंगे जो आपकी स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा होगा।
2 Month Pregnancy Diet Chart In Hindi-2 महीने की गर्भावस्था का डाइट चार्ट हिंदी में-:
यदि आपकी गर्भावस्था 2 महीने की है, तो आप निचे दिए चार्ट को फॉलो कर सकती हैं:
सुबह का नाश्ता:
एक कप दूध या दही
एक केला या एक सेब
संध्या का नाश्ता:
एक ग्लास ताजगी नारंगी जूस
एक मिक्स्ड फ्रूट सलाद
दोपहर का भोजन:
एक कटलेट (चिकन, मछली, अंडा आदि)
एक ग्लास चास या लस्सी
एक कटहल की सब्जी या पालक पनीर
शाम का नाश्ता:
एक प्लेट पोहा या उपमा
एक कप दूध
रात का भोजन:
दाल चावल की खिचड़ी
एक कच्चा सलाद
दो चपाती
एक कटहल की सब्जी या मछली
साथ ही, आपको कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए:
- पूरे दिन भर में खूब पानी पिएं।
- स्वस्थ और पोषक खाना खाएं, जैसे फल, सब्जियां, अंडे, दूध, दही, दालें, मछली, मांस, अनाज, आदि।
- तले हुए, प्री-पैकेज्ड और अधिक चिकन, जंक फूड, मसालेदार और तला हुआ खाने का इस्तेमाल कम से कम करें।
- तला हुआ मांस या सीफूड का इस्तेमाल न करें।
- नियमित रूप से अभ्यास करें और डॉक्टर की सलाह पर आराम करें।
- किसी भी दवा या आहार संबंधी परामर्श के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
- यदि आपके खाने को लेकर किसी विशेष परामर्श की आवश्यकता है, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
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FAQ-कुछ सवाल जो अक्सर पूछे जाते है
Sawal No-1 कीटो डाइट में क्या क्या खा सकते हैं?
सब्जियाँ: ब्रोकली, स्पिनेच, कैलेफ़लॉवर, बंदगोभी, तोरी, फली, मूली, टमाटर, प्याज, शिमला मिर्च आदि।
प्रोटीन: दूध, पनीर, पनीर की सब्जियाँ, टोफू, अंडे, माछी, मछली की तेल, चिकन, योगर्ट, दालें, मोअंग, सोयाबीन, चना, राजमा, पनीर।
तेल: घी, मक्खन, कोकोनट आयल, जौ का तेल, जैतून तेल, अवोकाडो आयल, अलसी बीज का तेल, मस्तीचियां आदि।
दानेदार फल: अवोकाडो, ऑलिव, तरबूज, केला, आम, संतरा, नाशपाती, अंगूर, सब्जी के रूप में बादाम, काजू, अखरोट, पिस्ता।
बीज और दाना: लिनसीड, चिया बीज, सबूत बादाम, कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, मेथी के बीज, सेसम सीड्स।
Sawal No-2 कीटो डाइट कैसे करते हैं?
केटो आहार योजना एक विशेष प्रकार की खाने की तकनीक है जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स का कम इस्तेमाल किया जाता है मतलब इसमें आपको उन चीज़ो का परहेज़ करना होता है जिसमे कार्ब्स ज़्यादा मात्रा में पाए जाते है औरअधिक मात्रा में शरीर को एनर्जी देने के लिए फैट (वसा)और प्रोटीन से आहार लिया जाता है। यह खाना खाने की तकनीक में शरीर को केटोसिस नामक एक प्रोसेस होता है जिसमे मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाया जाता है जहां शरीर अपने ज़रूरत की ऊर्जा स्रोत के रूप में शरीर के मौजूद वसा का उपयोग करता है।
Sawal No-3 कीटो डाइट में कौन सा ड्राई फ्रूट खा सकते हैं
- बादाम (अलमंड्स)
- काजू (कैश्यू नट्स)
- अखरोट (वालनट्स)
- पिस्ता (पिस्ताचियो)
- किशमिश (रेजिंस)
- मुनक्का (ब्लैक रेजिंस)
- सूखी अनार (ड्राई पोमेग्रेनेट)
- छुहारा (ड्राय डेट्स)
- किन्नू (हजेलनट्स)
- कोकोनट (सूखा नारियल
ये सभी ड्राई फ्रूट्स अधिक प्रोटीन, स्वस्थ वसा, और मिनरल्स का अच्छा स्रोत हैं और कीटो डाइट के साथ मिलाने पर आपको उर्जा प्रदान करते हैं। लेकिन ध्यान दें कि ये फलों में कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं, इसलिए उम्मीद से कम मात्रा में ही खाएं ताकि आपकी कीटोन डाइट प्लान पर असर न हो।
Sawal No-4 क्या कीटो डाइट में दही ले सकते हैं?
हां, कीटो डाइट में आप दही का सेवन कर सकते हैं। दही उच्च प्रोटीन, कम कार्बोहाइड्रेट, और मिनरल्स का अच्छा स्रोत होता है। यह आपके शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व और प्रोबायोटिक्स देता है जो आपकी सामान्य स्वास्थ्य और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। ताजा दही या ग्रीक योगर्ट अच्छे विकल्प हो सकते हैं। हालांकि, कृपया ध्यान दें कि आप उम्मीद से कम मात्रा में ही दही का सेवन करें, क्योंकि दही में कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं और यह आपके कीटोसिस के असर को कम कर सकते है।
कीटो डाइट वजन कम करने में मददगार साबित हो सकती है, लेकिन वजन कम करने की गति व्यक्ति के शरीर , उसके खान-पान , लाइफस्टाइल और कई चीज़ो पर निर्भर करेगी।कीटो डाइट आपको और आपके शरीर को केटोसिस लाने की कोशिश करता है, जिसमें आपके शरीर केटोन नामक ऊर्जा स्रोत के रूप में शरीर में मौजूद फैट को इस्तेमाल करता है। इस प्रक्रिया में, शरीर फालतू वसा जलाता है और आपके वजन कम होने की उम्मीद बढ़ जाती है।
हां, कीटो डाइट में दूध का इस्तेमाल जा सकता है, लेकिन यह कितना लेना है और कैसे लेना यह देखना ज़रूरी होगा।कीटो डाइट का मकसद कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को कम करना और हाई वसा और प्रोटीन चीज़ो को शामिल करना है।कीटो डाइट में केवल कम मात्रा में दूध इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि चाय या कॉफ़ी में एक छोटी सी चम्मच दूध। यह कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम करने में मदद कर सकता है।
- अपनी डाइट में कैलोरी कम करें। स्वास्थ्यपूर्ण खाद्य पदार्थों का सेवन करें और जंक फूड से दूर रहें।
- अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों में वृद्धि करें। योग, जिमिंग या कुछ भी जिससे आप थकावट महसूस करें।
- दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीएं। यह आपको हाइड्रेटेड रखेगा और आपकी भूख कम करेगा।
- सुबह नाश्ते में प्रोटीन खाएं। अंडे, पनीर या मूंगफली के बीज आपके लिए उपयोगी होंगे।
- अपनी नींद पूरी करें। कम सोने से आपकी भूख बढ़ती है और अपने आप को एक्स्ट्रा कैलोरी का सामना करना पड़ता है।
- अपने दिन के भोजन को छोटे भोजनों में बाँटें। यह आपकी भूख को कम करेगा और आपके महसूस होने पर आप अधिक नहीं खाएंगे।
- देर रात खाना न खाएं। अधिक खाना आपके शरीर में कैलोरी का संचय होता है और आपके वजन बढ़ते हैं
बेल्ली फैट को कम कैसे करे इसकी और विस्तार से जानने के लिए हमारा 15 सबसे EFFECTIVE तरीके वजन कम करने के लिए-:WEIGHT LOSS TIPS IN HINDI-आर्टिकल पढ़े
अवोकाडो:
अवोकाडो एक हाई फैट और कम कार्बोहाइड्रेट वाला फल है जिसे कीटो डाइट में शामिल किया जा सकता है।
बेरीज़:
स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रसभरी, और रसभरी की तरह कई बेरीज़ की कीटो डाइट में इस्तेमाल की अनुमति हो सकती है। ये फल कार्बोहाइड्रेट की कम मात्रा में होते हैं और हाई विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करते हैं।
नारंगी:
नारंगी की कीटो डाइट में उपयोग की अनुमति हो सकती है। इसमें कम कार्बोहाइड्रेट होते हैं और विटामिन सी और फाइबर ज़्यादा होता है।
रसभरी:
रसभरी की कीटो डाइट में सेवन की अनुमति हो सकती है। यह कम कार्बोहाइड्रेट और उच्च विटामिन सी और कई अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
हाँ, कीटो डाइट के दौरान चाय पी सकते हैं, पर इसे सही तरीके से लेना ज़रूरी है। कीटो डाइट एक हाई मसल्स और कम कार्बोहाइड्रेट खाना होता है जिसमें शरीर को खुराकों से ग्लूकोज पैदा करने की ज़रूरत होती है। चाय में तत्व जैसे कि कैफीन और अन्य चीज़े ये लक्ष्य प्रभावित कर सकते हैं।
कीटो डाइट के दौरान आप कई प्रकार की दाल खा सकते हैं।
मसूर दाल (मसूरी दाल)
मूंग दाल (धुली हुई और चिलके वाली)
तूर दाल (अरहर दाल)
चना दाल (बेल दाल)
मेथी दाल (मेथी के बीज के साथ)
उड़द दाल (धुली हुई और छिलके वाली)
ये दाल की क्वांटिटी केवल कुछ उदाहरण हैं और आपकी पसंद और आपके भोजन की हिसाब के आधार पर इस सूची को बदल सकती हैं। दालों में प्रोटीन, पोटेशियम, फाइबर, और विटामिन्स की मात्रा होती है जो कीटो डाइट के लिए फायदेमंद हो सकती हैं। हालांकि, ध्यान देने वाली बात है कि कीटो डाइट में दालों की मात्रा को मापदंडों के अनुसार सीमित किया जाना चाहिए, ताकि आपकी कीटोसिस पर फर्क न पड़े।
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