Introduction-परिचय: Kidney Stone Treatment Medicine In Hindi-किडनी स्टोन, या पथरी, एक ऐसी समस्या है जो किडनी में पत्थर के रूप में बनती है और पेशाब के रास्ते से गुजरती है। यह अक्सर तेजाबी अवसाद, तेजाबी मुख्यतः चलन, या अधिक वसा युक्त आहार के कारण होता है। किडनी स्टोन के इलाज के लिए कई तकनीकें और उपचार मौजूद हैं, जिनमें दवाओं का महत्वपूर्ण स्थान है।
Chapter (अध्याय) 1: उपशमनात्मक दवाएँ:
किडनी स्टोन के इलाज में अक्सर दर्दनाशक दवाएँ प्रयोग की जाती हैं ताकि संबंधित दर्द को कम किया जा सके। ये दवाएँ जाँचे बिना भी मिल सकती हैं लेकिन चिकित्सक की सलाह जरूरी है।
Chapter (अध्याय) 2: संशोधक दवाएँ:
किडनी स्टोन के उपचार के लिए कुछ संशोधक दवाएँ भी उपलब्ध होती हैं, जो पथरी को गलाने या निष्क्रिय करने में मदद कर सकती हैं।
Chapter (अध्याय) 3: जलते द्रव्य:
कुछ दवाएँ ऐसी होती हैं जो मूत्र को संरक्षित बनाती हैं और उसकी स्थिति को सुधारने में सहायक होती हैं। इनमें पोटेशियम सिट्रेट और थाइज़ाइड डायूरेटिक्स शामिल हैं।
Chapter (अध्याय) 4: और भी:
और भी कुछ अन्य दवाओं जैसे कि बैकल्ट्रा या अन्य आयुर्वेदिक दवाएँ भी किडनी स्टोन के उपचार में प्रयोग की जा सकती हैं।
Conclusion (निष्कर्ष):
किडनी स्टोन के इलाज के लिए कोई भी दवा सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह ली जानी चाहिए और उनके द्वारा निर्धारित दोसाज़ को ही अनुसरण किया जाना चाहिए।
किडनी स्टोन के इलाज में बाबा रामदेव द्वारा कई प्राकृतिक उपचार और आयुर्वेदिक दवाएँ सुझाई जाती हैं। ये उपाय न केवल किडनी स्टोन को गलाने में मदद करते हैं, बल्कि शरीर की स्थिति को सुधारने और संतुलित रखने में भी सहायक होते हैं।
योगासन और प्राणायाम: बाबा रामदेव योगासन और प्राणायाम के माध्यम से किडनी स्टोन का इलाज करने की सलाह देते हैं। योग और प्राणायाम करने से शरीर की सामान्य क्षमता बढ़ती है और शरीर के अंगों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है।
आयुर्वेदिक औषधि: बाबा रामदेव आयुर्वेदिक दवाओं का भी सुझाव देते हैं जो किडनी स्टोन को गलाने में सहायक होती हैं। उनके अनुसार, प्राकृतिक घरेलू औषधि जैसे कि गोखरू, पशनभेद, और पठार चूर्ण का सेवन करने से किडनी स्टोन को गलाने में मदद मिलती है।
प्राकृतिक पदार्थों का सेवन: बाबा रामदेव द्वारा किडनी स्टोन के इलाज में प्राकृतिक पदार्थों का उपयोग भी सुझाया जाता है। उन्हें खीरा, ककड़ी, गाजर, नींबू, और अन्य अदरकीय फलों का रोज़ाना इस्तेमाल करने का मशवरा दिया जाता है ।
पूज्य बाबा रामदेव की दवा का नाम: डिव्या पंचा क्वथ
यह आयुर्वेदिक औषधि किडनी स्टोन के उपचार के लिए बाबा रामदेव द्वारा उत्पादित की गई है।
इसमें प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है जो किडनी स्टोन को गलाने में मदद कर सकते हैं।
निष्कर्ष: बाबा रामदेव द्वारा सुझाए गए आयुर्वेदिक उपचार की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी है। यहाँ दी गई दवाओं और उपायों का उपयोग केवल अनुभव पर आधारित है, इसलिए व्यक्तिगत चिकित्सक सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Kidney Stone Treatment Without Surgery-:
परिचय: किडनी स्टोन, जिन्हें रेनल कैल्कुली भी कहा जाता है, किडनी में बने सख्त गाठ होती हैं और जब वे मूत्र मार्ग के माध्यम से गुजरते हैं, तो वे तीव्र दर्द का कारण बन सकते हैं। भले ही बड़े या अधिक जटिल पथरियों के लिए सर्जरी को विचार में लिया जाता है, लेकिन कई किडनी स्टोन को बिना सर्जरी के भी विभिन्न गैर-उपनिवेशीय या न्यून-उपनिवेशीय तरीकों से उपचार किया जा सकता है।
1. हाइड्रेशन और आहार में परिवर्तन: किडनी स्टोन को सर्जरी के बिना इलाज करने का एक महत्वपूर्ण पहलु है उपायुक्त जलापन और आहार में संशोधन करना। पर्याप्त पानी पीने से मूत्र तंत्र को शुद्ध करने में मदद मिलती है और नए पथरियों के निर्माण को रोक सकती है। साथ ही, इसके साथ ही, नाट्रियम अवशोषण को कम करना, पशु प्रोटीन की सीमितता करना, और पालक, खजूर और चॉकलेट जैसे ऑक्सलेट्स में उच्च खाद्य पदार्थों से बचना भी पथरी बनने के लिए मददगार हो सकता है।
2. दवाएँ: किडनी स्टोन को प्रबंधित करने या उनके मूत्र तंत्र के माध्यम से गुज़रने में सहायक होने के लिए कई दवाएँ निर्धारित की जाती हैं। इन दवाओं में से कुछ शामिल हो सकती हैं।
किडनी स्टोन के लिए सबसे अच्छी दवा कोई निश्चित नहीं है, क्योंकि इसका चयन रोगी की स्थिति, पथरी का आकार और प्रकार, तथा उनकी आयु और स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर किया जाता है। इसके अलावा, चिकित्सक ही योग्य दवा का निर्धारण कर सकते हैं, जो कि रोगी की जरूरतों और चिकित्सा इतिहास के आधार पर किया जाता है। अतः, यदि किसी को किडनी स्टोन के इलाज के लिए दवा चाहिए, तो वह अपने चिकित्सक से संपर्क करें और उनसे सलाह लें।
Ques-2 कितने mm की पथरी निकल जाती है?
किडनी स्टोन के आकार में विविधता होती है और यह किसी भी आकार और आयु की व्यक्ति में पायी जा सकती है। पथरी का आकार मापकर उसकी विशिष्ट साइज़ का पता लगाना जरूरी होता है, जिससे उसके उपचार का निर्धारण किया जा सके।
पथरी के आकार को मिलीमीटर (mm) में मापा जाता है, और यह आमतौर पर विभिन्न आकारों में हो सकती है। छोटी पथरी (जैसे कि 1-2 मिलीमीटर) सामान्य रूप से स्वयं निकल सकती है, जबकि बड़ी पथरी (जैसे कि 4-6 मिलीमीटर या उससे भी अधिक) को इलाज की आवश्यकता होती है।
किसी भी समस्या या संदेह के मामले में, चिकित्सक से परामर्श लेना सर्वोत्तम होता है, क्योंकि वह आपके लिए सटीक जानकारी और उपचार की सलाह दे सकते हैं।
Ques-3 पथरी को गलाने के लिए क्या करना चाहिए?
पानी पीना: पानी पीना पथरी को गलाने में मदद कर सकता है। यह मूत्र के माध्यम से पथरी को बाहर निकालने में सहायक होता है। अधिकतम पानी पीने की सलाह दी जाती है, कम से कम 8-10 गिलास पानी रोजाना पीना चाहिए।
साइट्रस रस: साइट्रस रस (नींबू का रस) पथरी को गलाने में मदद कर सकता है। साइट्रस रस में मौजूद अम्ल स्टोन को गलाने में मदद करता है और मूत्र में कैल्शियम के निर्वहन को कम करता है।
प्राकृतिक नुस्खे: कुछ प्राकृतिक नुस्खे जैसे कि अजवाइन, तुलसी, पुदीना, गुलाब की पत्तियाँ और धनिया की पत्तियाँ पथरी को गलाने में मदद कर सकते हैं।
दवाएँ: चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन करें, जैसे कि पेन प्रशामक और विषार्पण दवाएँ। चिकित्सक की सलाह के बिना कभी भी किसी भी दवा का सेवन न करें।
योग और प्राणायाम: कुछ योगासन और प्राणायाम भी पथरी को गलाने में मदद कर सकते हैं। कुछ आसनों की नियमित अभ्यासन से किडनी स्टोन के उपचार में सुधार हो सकता है।
किसी भी नुस्खे का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें, विशेषकर यदि आपको किसी अन्य मेडिकल स्थिति का इलाज हो रहा हो।